Mahatma Gandhi thoughts –
Mahatma Gandhi Thoughts – देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और लोगों को अहिंसा परमोधर्म का पाठ पढ़ाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था.
1. गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती है। वह तो केवल अपनी ख़ुशी बिखेरता है। उसकी खुशबु ही उसका संदेश है.
2. अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से जो मिलता है वह इतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के दुआरा बनते हैं.
3. चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता, और वह जिसे ईश्वर में थोड़ा भी यकीन है उसे किसी भी चीज़ के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए .
4. दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता सिवाय रोटी के रूप में.
5. मैं तुम्हे शांति का प्रस्ताव देता हूँ. मैं तुम्हे प्रेम का प्रस्ताव देता हूँ. मैं तुम्हारी सुन्दरता देखता हूँ.मैं तुम्हारी आवश्यकता सुनता हूँ.मैं तुम्हारी भावना महसूस करता हूँ.
6. जब ढ़लते हुए सूरज की सुन्दरता और उगते हुए चाँद की चमक देखता हूँ, तो मेरी आत्मा में उस ईश्वर के लिए भक्ति और बढ़ जाती है .
7. किसी एक गलती को बहुत सहारा मिल जाए तो वो सच नहीं बन सकती और नाही सच गलत हो सकता हैं भले वो दिखाई नहीं देता. सच हमेशा खड़ा होता हैं भले ही उसे किसी भीड़ का सहारा ना मिले क्यूंकि सत्य आत्मनिर्भर होता हैं.
8. बुराई के साथ ना जुड़ना भी एक तरह का कर्तव्य है। यह कर्तव्य एक तरह से अच्छाई के साथ जुड़ना ही है.
9. जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और बचाया हुआ धन, कमाए हुए धन के बराबर है.
10. जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन सकता है. वह सबके भीतर है.
Mahatma Gandhi